सनातन संस्कृति में सूर्यदेव को माना गया है प्रत्यक्ष देवता।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों के राजा हैं सूर्यदेव।
यश व सफलता के कारक ग्रह हैं सूर्य।
सूर्य पूजा से मिलती है सफलता व मान-सम्मान।
सूर्य पूजा से मिलती है मानसिक शांति व प्रसिद्धि।
सूर्य पूजन से बढ़ता है मुखमण्डल का तेज, शारीरिक बल व आत्मविश्वास।
यदि आपकी भी पत्रिका में सूर्य है कमजोर।
तो ऐसे करें ग्रहों के राजा सूर्यदेव को प्रसन्न।
रविवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।
इसके उपरांत स्वच्छ लाल वस्त्र धारण करें।
एक तांबे के पात्र में मिलाएँ रोली, गेहूं व गुड़.
इन 12 नामों का मानसिक उच्चारण करते हुए सूर्यदेव को चढ़ाएं जल
1- ॐ सूर्याय नम:।
2- ॐ मित्राय नम:।
3- ॐ रवये नम:।
4- ॐ भानवे नम:।
5- ॐ खगाय नम:।
6- ॐ पूष्णे नम:।
7- ॐ हिरण्यगर्भाय नम:।
8- ॐ मारीचाय नम:।
9- ॐ आदित्याय नम:।
10- ॐ सावित्रे नम:।
11- ॐ अर्काय नम:।
12- ॐ भास्कराय नम:।
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