कुंडली का प्रथम भाव हमारी जन्मकुंडली का आधार स्तंभ है. प्रथम भाव, कुंडली का प्रथम भाव होता है इसलिए ये हमारे जीवन की शुरुआत या अस्तित्व को बताता है. प्रथम भाव से स्वास्थ्य, जीवनसाथी, व्यक्तित्व व स्वभाव स्वास्थ्य की स्थिति, आयु, पर्सनालिटी, शारीरिक रूप रंग व बनावट आदि का विचार किया जाता है.
कुंडली का पहला भाव होता है प्रथम भाव.
प्रथम भाव देता है आपके स्वास्थ्य की ख़बर.
प्रथम भाव से मिलती है आपकी आयु की जानकारी।
आपके रूप-रंग को बताता है प्रथम भाव.
आपकी पर्सनालिटी को बताता है प्रथम भाव.
जीवन में मिलने वाली ख़ुशियों की जानकारी देता है पहला भाव.
जीवन की दिशा को बताता है प्रथम भाव.
इच्छाओं की पूर्ति को बताता है प्रथम भाव.
पद-प्रतिष्ठा व मान-सम्मान की सूचना देता है प्रथम भाव.
आपकी शारीरिक आकृति की जानकारी देता है प्रथम भाव.
Read more: शुक्र केतु युति | भाग्य संहिता | जन्म कुंडली कैलकुलेटर
Comments