ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु को माना जाता है छाया ग्रह।
सभी ग्रहों में सबसे ज्यादा बलवान होता है राहु।
मिथुन है राहु की उच्च और धनु है इसकी नीच राशि।
इन भावों में स्थित राहु देता है आपको ये शुभ फल
कुंडली के तृतीय भाव में स्थित राहु बढ़ाता है आपका साहस व पराक्रम।
कुंडली के छठे भाव में स्थित राहु करता है आपके शत्रुओं को परास्त।
कुंडली के ग्यारहवें भाव में स्थित राहु देता है आपको अकूत धन-दौलत।
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