सुख-समृद्धि व धन प्रदाता देवी हैं माँ लक्ष्मी।
माता लक्ष्मी के आठ रूपों में से एक है श्री वैभव लक्ष्मी।
धन, वैभव, सुख व सौभाग्य प्रदान करती हैं श्री वैभव लक्ष्मी.
7, 11 या 21 शुक्रवार तक रखें श्री वैभव लक्ष्मी व्रत।
ऐसे करें माँ वैभव लक्ष्मी का व्रत व पूजा।
शुक्रवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
एक चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर माँ लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करें।
अब धूप व शुद्ध घी का दीपक प्रज्वलित करें।
माता लक्ष्मी को लाल पुष्पों की माला अर्पित करें।
अब माँ वैभव लक्ष्मी की कथा का श्रद्धापूर्वक पाठ करें।
कमलगट्टे की माला से माँ लक्ष्मी के किसी भी मंत्र की एक माला जाप करें।
अब माँ लक्ष्मी को खीर का भोग लगाएं।
अंत में माँ लक्ष्मी जी की आरती करके अपनी मनोकामना पूर्ति हेतु प्रार्थना करें।
श्री वैभव लक्ष्मी व्रत कथा के पाठ से दूर होती हैं आर्थिक समस्याएं
श्री वैभव लक्ष्मी व्रत कथा के पाठ से खुल जाते हैं आर्थिक समृद्धि व सफलता के द्वार
श्री वैभव लक्ष्मी व्रत कथा के पाठ से श्री लक्ष्मी जी रहती हैं मेहरबान।
श्री वैभव लक्ष्मी व्रत कथा के पाठ से घर में होता है माँ लक्ष्मी का स्थायी निवास।
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