यह कहावत बहुत सही है की शादी किसी गुड्डे गुड़िया वाला खेल नहीं होता, बल्कि यह तो एक ज़िन्दगी भर निभाने वाला रिश्ता होता है जो दो अनजाने लोगों में बन जाता है। भारत में शादी को किसी भी अन्य रिवाजों से सर्वोपरि माना गया है, क्योंकि यहाँ पर लोगों की सोच यह नहीं के आज शादी कर ली और कल अलग हो गए। भारत में एक बार जब दो लोग शादी के बंधन में बंध गए तो उसे हर स्थिति में निभाना की कसम खा लेते हैं। इसी सोच के चलते लोग यहाँ शादी को लेकर अच्छे से विचार विमर्श करना ज़रूरी समझते हैं। घर के बड़ों से राय लेने से लेकर ज्योतिष अवलोकन तक एक रिश्ते को हर पहलु से परखने के बाद ही शादी के लिए आगे बढ़ना उचित माना जाता है।
विवाह के लिए ज्योतिष अवलोकन की अगर बात कहें तो कुंडली मिलान ही सबसे उचित तरीका होता है जो यह बताता है की शादी में बांधने वाला जोड़ा ज्योतिष के हिसाब से एक दूसरे के लिए सही है या नहीं। होने वाले वर तथा वधु के कुंडली के गुणों के आधार गुण मिलान किया जाता है। जिससे होने वाली शादी के बाद जीवन कैसा होगा उसका विचार किया जाता है। इस प्रकार कुंडली मिलान से सुनिश्चित किए रिश्ते की बेहतर अनुकूलता को निश्चित किया जा सकता है। यही नहीं, आपका रिश्ता मज़बूत और उम्र भर चलेगा या नहीं, इस बात की पुष्टि भी कुंडली मिलान से की जा सकती है।
यही कारण है की ज्योतिष में विश्वास रखने वाले लोग, कुंडली मिलान/Kundli Matchingको काफी महत्व देते हैं, शादी के लिए।चाहे अरेंज्ड मैरिज हो या लव मैरिज - शादी के लिए अनुकूलता देखने का सबसे उचित साधन कुंडली मिलान ही है।
कुंडली मिलान ना सिर्फ ग्रहों अथवा नक्षत्रों का हाल बताती है, ब्लकि यह भी बताती है की क्या दोनों पति-पत्नी के स्वभाव अनुकूल हैं, क्या दोनों का मिलन उनके लिए धन एवं समृद्धि के मायनों से अच्छा साबित होगा या नहीं, क्या दोनों को पुत्र सुख मिलेगा और यदि मिलेगा तो कैसे मिलेगा - आसानी से या मुश्किलों से? क्या दोनों में प्रेम एवं समन्वय रहेगा अथवा नहीं? घर में सामंजस्य होगा या नहीं इत्यादि काफी सारे प्रश्नों के उत्तर कुंडली मिलान से मिल सकते हैं।
अगर आप भी कुंडली मिलान से जुडी किसी सवाल से जूझ रहे हो, तो डॉ विनय बजरंगी से अभी सम्पर्क करें। डॉ. बजरंगी न सिर्फ सटीक कुंडली मिलान में मदद कर सकते हैं, बल्कि कुंडली में किसी तरह के खराब योग का निवारण भी कर सकते हैं।
कुंडली मिलाने का जानें सही अर्थ
कुंडली मिलान कुछ और नहीं बल्कि लड़के और लड़की की जन्म कुंडलियों का ज्योतिष विज्ञान/Astrology science के अनुसार अध्ययन करना है। कुंडली में अंकित जन्म से जुडी जानकारी जैसे जन्म स्थान, दिनांक, एवं समय के आधार पर लड़के एवं लड़की की कुंडलियों का अध्यन किया जाता है और 36 गुणों के आधार पर मिल रहे गुणों के योग से कुंडली मिलान का रिजल्ट बनता है। कुंडली मिलान की धारणा के अंतर्गत 18 गुणों से नीचे का योग बिलकुल भी मान्य नहीं होता। लेकिन यहां डॉ विनय बजंरगी का इस विषय में नजरिया थोड़ा अलग हैं। उनके लिए गुणों का मिलान प्राथमिक कारण नहीं होता। वह इसके साथ साथ अन्य संगतता कारकों पर भी विषेश ध्यान देने की आवश्यकता होती है और डॉ बजरंगी ऐसा करने की क्षमता रखते हैं।
कुंडली मिलान से एक ज्योतिषी आपको यह बता सकता है की क्या आपका रिश्ता होने वाले भावी जीवन साथी के साथ मधुर होगा या नहीं। आप दोनों में कितनी समझ होगी, कितनी नहीं – इन बातों का जवाब कुंडली मिलान के रिजल्ट के हिसाब से दिया जा सकता है।
कुंडली मिलान से कैसे पता चलता है की दाम्प्तय जीवन कैसा होगा
यह सवाल हर एक उस इंसान के दिमाग में होगा जो कुंडली मिलान के प्रक्रिया से अभी तक सहमत नहीं है। अगर आप भी इस गुत्थी में उलझे हैं, तो आइये जानिए डॉ. विनय बजरंगी से की कैसे कुंडली मिलान आपके अच्छे दाम्पत्य जीवन को सुनिश्चित करने में मददगार साबित हो सकता है।
चूँकि एक इंसान की कुंडली उसके व्यक्तिगत स्वभाव से लेकर उसके कारोबार तथा माता-पिता के साथ रिश्ते को लेकर सब पहलुँओं पर आधारित होता है, लड़के एवं लड़की की कुंडली को मिलाकर यह आसानी से बताया जा सकता है की दोनों के बीच में तालमेल कैसा होगा। उदाहरण के तौर पर देखें तो अगर लड़के की कुंडली बताती है की लड़के का स्वभाव तेज़ है, और वहीँ लड़की की कुंडली के ग्रह नक्षत्रों का प्रभाव उसे शांत एवं समझदार बताता है तो कुंडली मिलान के द्वारा योग सही माना जाएगा।
हमे इतना जानने की आवश्यकता है की हमारी सोच से लेकर हमारे तौर तरीके - यह सब हमारी कुंडली के ग्रहों एवं नक्षत्रों से प्रभावित होते हैं। इसके इलावा, कुंडली में कई बार कुछ दोष/Kundli dosha भी होते हैं, जो बहुत ही हानिकारक सिद्ध हो सकते हैं। कुंडली मिलान से उन दोषों को आप समय रहते जान सकते हो, और विवाह से जुड़ा एक सही निर्णय आप ले सकते हो।
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