ज्योतिष शास्त्र के अनुसार केतु है एक क्रूर, पापी व अशुभ ग्रह। राहु की तरह केतु भी है एक छाया ग्रह। तीव्रतम अच्छे या बुरे परिणाम देता है केतु ग्रह। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार केतु ग्रह है झंडे का प्रतीक। केतु की शुभ स्थिति से आप गाड़ सकते हैं अपनी सफलता के झंडे। अगर आपकी पत्रिका में केतु ग्रह हो शुभ तो आप छू सकते हैं सफलता की बुलंदियां। कुंडली के तीसरे भाव में स्थित केतु देता है अपार सफलता। छठे भाव में स्थित केतु के कारण छप्पड़फाड़ के बरसता है पैसा। ग्यारहवें भाव में स्थित केतु खोलता है आर्थिक समृद्धि के द्वार। 3, 6 या 11 भाव में वृश्चिक या धनु राशि का केतु बना सकता है आपको अरबपति।
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